Main Aur Mera Roohaniyat Wala Ishq Hindi Poetry - This is a very beautiful Poetry performed by Ritu Mahal on the stage of The Social House Poetry. In this Poetry, Ritu Mahal wants to tell how power comes at the time of the breakup.
Hindi Poetry
रियल लाइफ में दिल टूटने पर बारिश कहां आती है
मगर मूव ऑन के टाइम पर शक्ति ही काम आती है
जब सारे लॉज फेल हो जाते हैं तो आँखें भर जाती है
ऐसी मुश्किल घड़ी में शक्ति ही काम आती है
मैं और मेरा रुहानियत वाला इश्क गलत एड्रेस में पहुंच गए
एक्सपायरी डेट हुई तो टकराए और वही टूट गए
अब समेटने वह टुकड़े-टुकड़े जाएंगे नहीं
याद आई उनकी तो नाम अपनी जुबां पर लाएंगे भी नहीं
ब्रेन ने रेड सिगनल दिए थे
पर एडवेंचर के शौकीन यह दिल परिंदा बन गया
इश्क के पतंग पर जाकर उलझ गया
अंजाम है इश्कबाजी आंखें दरिया हो गया
हम भी एगोस्टिक थे आंखों पर चश्मा पहन लिया
अब पलकों पर बिठा लेने का खामियाजा भी भुगतना है
हार्ट ब्रेक के कारण वायरस से भी बचना है
बड़ी नजाकत से आंखों में काजल की तरह लगाया था
उसी नजाकत से मुस्कुराते बिन पानी उतारआए हैं
जो रेत हाथों में रखे थे खोलकर उंगली वही झाड़ आए हैं
के ब्लॉक और अनब्लॉक की विधि चले अरसा
फाइनली वो जमाना बदल आए हैं
के जैसे एक ही शख्स है पूरे जहान में
बस एक यही वाला थॉट निकाल आए हैं
की चादर तो इश्क की थी पर तेरा धागा फरेबी था
तू सीधी सी बर्फी नहीं टेढ़ी जलेबी था
हसर यह के मेरा हैशटैग पोपट बन गया
तेरे साथ गुज़ारा हर लम्हा खाली फोकट बन गया
-रितु महाल
मगर मूव ऑन के टाइम पर शक्ति ही काम आती है
जब सारे लॉज फेल हो जाते हैं तो आँखें भर जाती है
ऐसी मुश्किल घड़ी में शक्ति ही काम आती है
मैं और मेरा रुहानियत वाला इश्क गलत एड्रेस में पहुंच गए
एक्सपायरी डेट हुई तो टकराए और वही टूट गए
अब समेटने वह टुकड़े-टुकड़े जाएंगे नहीं
याद आई उनकी तो नाम अपनी जुबां पर लाएंगे भी नहीं
ब्रेन ने रेड सिगनल दिए थे
पर एडवेंचर के शौकीन यह दिल परिंदा बन गया
इश्क के पतंग पर जाकर उलझ गया
अंजाम है इश्कबाजी आंखें दरिया हो गया
हम भी एगोस्टिक थे आंखों पर चश्मा पहन लिया
अब पलकों पर बिठा लेने का खामियाजा भी भुगतना है
हार्ट ब्रेक के कारण वायरस से भी बचना है
बड़ी नजाकत से आंखों में काजल की तरह लगाया था
उसी नजाकत से मुस्कुराते बिन पानी उतारआए हैं
जो रेत हाथों में रखे थे खोलकर उंगली वही झाड़ आए हैं
के ब्लॉक और अनब्लॉक की विधि चले अरसा
फाइनली वो जमाना बदल आए हैं
के जैसे एक ही शख्स है पूरे जहान में
बस एक यही वाला थॉट निकाल आए हैं
की चादर तो इश्क की थी पर तेरा धागा फरेबी था
तू सीधी सी बर्फी नहीं टेढ़ी जलेबी था
हसर यह के मेरा हैशटैग पोपट बन गया
तेरे साथ गुज़ारा हर लम्हा खाली फोकट बन गया
-रितु महाल
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